अभी नहीं
फलक के उस पार
ख़्वाबों ने
इक ज़मीं ढूँढी है
मिलूँगा वहीं
पहले बोसे की
याद की तरह...
©timitpathil
कुछ ख़्वाब तक है ये जिंदगी कभी आस्था का दिया लिए कभी नींद का सौदा किये कभी व्यस्तता में उलझ गए कभी फ़ुरसतों में ही जी लिए अपनी अलग द...
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